2. हिंदी साहित्य में पूर्वोत्तर भारत: मणिपुर के विशेष संदर्भ में ✍ प्रो. यशवंत सिंह

हिन्दी का साहित्य अति समृद्ध है और इस साहित्य ने देश के साथ-साथ विदेशों के सैकड़ों घटनाओं-प्रसंगों को अपने विषय के रूप में ग्रहण किया है। हिन्दी साहित्य की इस व्यापकता में पूर्वोत्तर भारत को उतना महत्व नहीं मिला, जितना मिल सकता था। पूर्वोत्तर के असम पर आधारित रचनाएँ कुछ अधिक मिलती हैं। इस क्षत्र के दूसरे राज्यों की तरह मणिपुर पर भी साहित्यकारों की दृष्टि कम पड़ी है। अज्ञेय, देवेन्द्र सत्यार्थी, श्री प्रकाश मिश्र, विष्णुचंद्र शर्मा, श्रीधर पाण्डेय, रीतामणि वैश्य आदि ने पूर्वोत्तर भारत पर हिन्दी में रचनाएँ की हैं।   

 

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